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मेरी माँ
दूर चाँद को हमें दिखाती,उनको मामा हमें बताती,गोद बिठाकर बड़े प्यार से बहलाती थी मोरी माँ,भरी कटोरी दूध-भात की याद अभी भी लोरी माँ।याद हमें जब रूठ गया मैं,कैसे हमें मनाई थी,चाँद हमें जब नजर ना आए,कैस…